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Sunday, 2 December 2018

Benaras Phirni - Dessert Special Recipe - बनारस की फिरनी

फिरनी दूध और चावल से बनने वाला डेज़र्ट है जो बहुत ही जल्दी बनकर तैयार हो जाता है और खाने मे बहुत ही स्वादिष्ट लगता है। वैसे तो इसे कई स्वाद (फ्लेवर) में बना सकते हैं लेकिन केवड़ा व इलायची की फिरनी ज्यादा पसंद की जाती है। यदि आप एक बार केवडे़ (ऐसंस) की फिरनी बनाएंगे तो अवश्य कहेंगे - वाह मजा आ गया।

Amma Ki Rasoi Blog Recipe

सामग्री -
  • दो लीटर दूध 
  • एक कटोरी चावल (सवा सौ ग्राम) 
  • एक कटोरी चीनी (सवा सौ ग्राम) 
  • 10-15  बादाम 
  • 10-15  पिस्ता 
  • सात आठ पिसी छोटी इलायची या सात आठ बूंद केवड़ा ऐसंस
Amma Ki Rasoi



विधि -
1) दो लीटर दूध को कढ़ाई मे गाढ़ा होने के लिए गैस पर रखे
2) चावलों को बगैर धोए साफ कपड़े से अच्छी तरह पौंछ कर बारीक (सूजी की तरह) पीस ले (पानी नही डालना है)

3) फिर बादाम, पिस्ता को काट ले और इलायची को बारीक पीस ले

4) जब दूध गाढ़ा होकर डेढ़ लीटर रह जाए, तब पिसे चावल को दूध मे एक एक चम्मच करके डालते जाए और बराबर चलाते रहे, एक साथ चावल नही डालना है नही तो चावल की गाठे पड़ जाएंगी। 

Amma Ki Rasoi


5) चीनी, थोडे़ कटे बादाम व पिस्ते भी डाल दे और पकाए।
जब चावल पक जाए तो गैस से उतार ले, दूध थोड़ा पतला ही रहे क्योंकि चावल से दूध गाढ़ा हो जाता है। 

Amma Ki Rasoi

6) फिर ठंडा होने पर माटी से बने बर्तन में पलट ले, फिर बचे बादाम, पिस्ता व पिसी इलायची उपर डाल दें और फ्रिज मे ठंडा होने रखदें।
अब ठंडी ठंडी फिरनी के स्वाद का आनंद लें।

Amma Ki Rasoi


टिप्स - यदि केवडे़ का बनाना चाहते है तो इलायची न डाले और ऐसंस की सात आठ बूंद ही डाले वह भी निभाया गरम रहने पर।

Sunday, 18 November 2018

Make Garam Masala at Home: सब्जी की रौनक गरम मसाला

गरम मसाला एक ऐसा मसाला जो सब्जी को और भी स्वादिष्ट बना देता है इसमे वह सभी खड़े मसाले है जिनकी तासीर गरम होती है ये मसाला मेरी माँ ने नानी से सीखा था जहाँ से मेरी नानी राशन वाले से घर सामान लाती थी उन्ही से ये गरम मसाला बनाना सीखा था कहने को तो गरम मसाला है लेकिन हर एक के बनाने का ढंग व स्वाद थोड़ा फर्क हो जाता है एक बार इस तरह बनाकर देखे मुझे विश्वास है आप अश्य कहेंगे क्या बात है

सामग्री -
  • 4  बड़े चम्मच साबुत धनिया 
  • 4  बड़े चम्मच जीरा 
  • 8  बड़ी इलायची 
  • 14  हरी इलायची 
  • 5,6  जावित्री 
  • 4  चक्र फूल (स्टार) 
  • 4  टेबल स्पून काली मिर्च 
  • 3  टेबल स्पून लौंग 
  • 3  टी स्पून सौफ
  • 10  दाल चीनी (दो से तीन इंच की)  
  • 8,10  तेज पत्ता 
  • 2  टी स्पून शाही जीरा 
  • 1  जायफल 
  • 1/2  टेबल स्पून रतन जोत 
  • 1  टेबल स्पून सौठ पाउडर
  • 2  बडे चम्मच खसखस 
  • 5  ग्राम पत्थर के फूल

garam masala

indian spices



विधि -

1) सौठ और पत्थर के फूल को छोड़कर सभी मसालों को हल्का भून ले

2) बस इतना भूनना है कि उनकी नमी निकल जाऐ

3) सभी मसालों के ठंडा होने पर पीस ले और छन्नी से छान कर बारीक पाउडर एक कांच की शीशी मे भरकर रखे

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4) छन्नी मे बचे मोटे मसाले को फिर पीस ले और अन्त मे बचे मोटे मसाले को फेकें नही जब भरवा सब्जी बनाए तब उसमे इस्तेमाल करे

garam masala blog


नोट - 
  • सब्जी, पोहा या कोई भी चीज बनाए तो कोशिश यही करे कि गरम मसाला डालनें के बाद ज्यादा पकाए नही हमेशा सब्जी बन जाने व गैस पर से उतार लेने के बाद ही गरम मसाला डालें और दो मिनट के लिए ढक कर रख दे उसके बाद खाऐ
  • पूरे मसाले को इस्तेमाल के लिए बार बार न खोले बल्कि बडे़ जार मे रखकर थोड़ा मसाला अलग बन्द शीशी मे ऱखे खत्म होने पर थोड़ा मसाला फिर निकाल ले इससे मसाले की खुशबू व ताजगी बनी रहती है
  • ठंडी के मौसम मे गरम मसाला अवश्य खाए और सर्दी से बचे रहे।

Sunday, 28 October 2018

10 Unknown benefits of Black Pepper: रसोई के साथ सेहत का राज

रसोई मे ही अच्छी सेहत का राज छिपा हैहर घर मे मसालों का स्तेमाल होता है सच है हर मसाला कुछ कहता है| उन मसालों मे से काली मिर्च ऐसे गुणों की खान है जिससे हर कोई अवगत नही है इसमे आयरन, विटामिन, प्रोटीन बहुत कुछ होता है| यदि हम सभी काली मिर्च कुछ मात्रा ऱोज के खाने मे स्तेमाल करे तो बहुत सी बीमारी को दूर रखा जा सकता है|


  1. बलगम, खासी,सर्दी होने पर एक चुटकी काली मिर्च को गुड़ के साथ लेने से बहुत आराम मिलता हैइसको खाने के बाद पानी नही पीना है|
  2. सर दर्द मे शहद के साथ मिलाकर चाटे इससे नीद भी अच्छी आएगी|
  3. दांत मे दर्द होने पर दो चुटकी मिर्च मे सेवा नमक व सरसों का तेल मिलाकर मसूड़ों पर मलने से आराम मिल जाता है, मुहं की बदबू दूर होती है|
  4. मुहं मे छाले होने पर किशमिश के साथ काली मिर्च खाने से आराम मिलता है|
  5. मिर्च व सौफा का काढा बनाकर पीने से हिचकी मे आराम आता है|
  6. गठिया रोग मे तिल के तेल मे मिला कर व हल्का गरम करके लगाने से राहत मिलती है |
  7. मिश्री के साथ मिलाकर खाने से स्मरण शक्ति अच्छी रहती है|
  8. काली मिर्च खाने से केंसर का रोग दूर रहता है|
  9. शुद्ध घी व काली मिर्च मिलाकर खाने से नेत्र ज्योति ठीक रहती है |
  10. ठंडी के मौसम मे यदि बालो मे हरी मेहंदी लगाने से डरते है तो मेंहदी मे आधा चम्मच काली मिर्च का पाउडर मिला दे तब बालो पर लगाऐ इससे मेहंदी की ठंडक  नही लगेगी|
  11. सबसे अहम विषय मोटापा इसके लिए नियम से सुबह  खाली पेट दो दाने काली मिर्च के चबाकर गुनगुना पानी पी ले कुछ समय के बाद आपको स्वयं अपने मे बदलाव नजर आऐगा, हर चीज़ को सीमा मे ले अति हर चीज की बुरी होती है 

घर के मसाले खांए और दवाईयों से दूर रहे|

Sunday, 14 October 2018

Bottle Gourd Halwa Recipe - लौकी का मावा हलवा

लौकी एक ऐसी सब्जी जिसे आप कई तरह से बनाकर खा सकते है यदि लौकी चने की दाल के साथ बनाते है तो बहुत ही स्वादिष्ट लगती है| लेकिन बच्चे तो लौकी का नाम सुनते ही गंदा सा मुँह बनाने लगते हैयदि आप बच्चो को लौकी खिलाना चाहते है तो उसका हलवा बनाकर भी खिला सकते है| बहुत ही स्वादिष्ट लगता है,  इसे आप उपवास मे भी खा सकते है|

सामग्री -
  • एक कटोरी कद्दू कस की हुई लौकी 
  • 1/2  कटोरी दूध का मावा 
  • 1/2  कटोरी पिसी चीनी 
  • 8 बादाम बारीक कटे 
  • 10 ,12 किशमिश 
  • 1/2 चम्मच छोटी इलायची का पाउडर

विधि -
1) कद्दू कस की हुई लौकी को थोड़ा पानी डालकर उबाल ले और कुकर ठंडा होने पर लौकी को हाथ से दबाकर निचौड़ ले जिससे लौकी का पानी निकल जाएगा ये पानी फेंके नही दाल, सब्जी किसी मे भी डाल सकते है|




 2) अब कढ़ाई गैस पर रखे और गरम होने दे इसमें लौकी मावा और शक्कर डालकर मिला ले ध्यान रहे गैस को सिम पर ही रहने दे|





3) धीरे धीरे चीनी गरम हो कर लौकी के साथ मिलने लगेगी और मावा भी,बराबर चलाते रहना है कुछ समय के बाद ये गाढ़ा होने लगेगा



4) अब आप इसमें कटे बादाम,किशमिश व इलायची पाउडर डालकर चला ले




गरम गरम ही दूसरे बर्तन मे निकाल ले थोड़ा ठंडा होने पर खाएं लेकिन स्वयं खाने से पहले हर मीठी चीज का घर के मंदिर मे भोग अवश्य लगाएँ 
ऐसा करके मन को बहुत अच्छा लगता हैआप इसे किसी भी उपवास मे खा सकते है|


टिप्स
  • लौकी के पानी को फेंके नही|
  • यदि कुछ दिन रखकर खाना है तो बचा हुआ फ्रिज मे रख दे क्योंकि लौकी को उबाल कर बनाया गया है|

Sunday, 16 September 2018

How to make Til Modak - Recipe - तिल मोदक

गणेश चतुर्थी के आगमन पर घर घर में मोदक का भोग लगाया जाता है। अबकी बार मैंने भी मोदक बनाएँ पर तिल के। सच, बहुत ही जल्दी और बहुत ही स्वादिष्ट भोग बनकर तैयार हो गया। अबकी बार आप चाहे तो तिल मोदक बनाएँ सभी को बहुत अच्छे लगेंगे।

सामग्री -
  • एक कटोरी बारीक सूजी 
  • एक कटोरी दूध
  • एक टेबल स्पून देसी घी 
  • 1/2 कटोरी पिसी चीनी 
  • 1/2 कटोरी मावा 
  • 1/2 कटोरी तिल 
  • 1/2 टी स्पून पिसी छोटी इलायची
  • 7 बादाम बारीक कटे





विधि -
1) सूजी को साफ कर ले, कढ़ाई मे एक चम्मच घी डाले और इसमे सूजी डालकर हल्का भून ले (हल्की आंच पर पांच से सात मिनट तक)



2) भुन जाने पर सूजी मे धीरे धीरे दूध डालें और बराबर चलाते रहे, जब सूजी कढ़ाई छोड़ने लगे तब गैस बंद कर दे ।






3) ठंडा होने पर एक टी स्पून पिसी चीनी डालकर डो बना ले





4) तिल को हल्का सा भूनकर दरदरा पीस ले। एक बर्तन मे मावा, पिसा तिल, कटे बादाम, इलायची पाउडर व दो चम्मच पिसी चीनी डालकर अच्छे से मिलाएँ । मोदक मे भरने के लिए मावा तैयार है।






5) मोदक के साचें में हल्का घी लगाकर चिकना कर ले 


6) पहले सूजी को साचे मे थोड़ा भरें फिर उसके उपर मावे को भर कर साचे को बंद कर आकार देले, फिर साचे को खोल लें। 






7) आप देखेंगे कि गणपति के भोग के लिए मोदक तैयार हैं।



नोट - आप मीठे की मात्रा अपने स्वाद के अनुसार कम ज्यादा कर सकते है। सामान के माप के लिए एक ही माप की कटोरी का इस्तेमाल करे। ध्यान देने वाली बात यह है कि यह मोदक केवल एक चम्मच घी मे बनकर तैयार हो गए। अबकी बार तिल मोदक का भोग गणपति को अवश्य लगाएँ।


Sunday, 12 August 2018

Kuttu Atta Cheela Recipe - कूटू का चीला

सावन का महीना है चारों तरफ हरियाली ही हरियाली है| सावन के शुरू होते ही मंदिरों मे खूब रौनक दिखाई देने लगती है कुछ लोग सावन के सोमवार का व्रत रखते है और कुछ लोग पूरा महीना दिन मे एक वक्त ही खाते है |

ऐसे मे आप दिन के समय कूटू का चीला बनाकर खा सकते है| ये बहुत ही स्वादिष्ट लगता है और बहुत जल्दी बनकर तैयार हो जाता है इसे आप दही के साथ या चाय के साथ भी खा सकते है सब्जी की आवश्यकता ही नही पड़ती|

सामग्री -
  • एक मध्यम आकार का उबला आलू 
  • दो से तीन चम्मच कूटू का आटा 
  • आधा चम्मच अजवायन 
  • स्वाद के अनुसार व्रत का नमक 
  • देसी घी 
  • दो बारीक कटी हरी मिर्च

विधि -

1) उबले आलू को कद्दू कस कर ले 

2) कद्दू कस किए आलू मे अजवायन,नमक ,कटी हरी मिर्च व दो चम्मच आटा डालकर मिला ले आवश्यकता के अनुसार पानी डालकर चीले जैसा पतला घोल बना ले|



3) तवे को गरम करे और घी से चिकना कर ले| 


4) अब तवे पर थोड़ा घोल डालकर चम्मच से फैला दे| जब एक साइड से सिक जाए तो पलटकर दूसरी तरफ से सैक ले पलटने पर चारों तरफ थोड़ा घी लगा दे| इसे मध्यम आंच पर ही सेकना है कभी कभी आग बढ़ा सकते है, इतने घोल मे दो चीले बन जाते है|




इसे आप दही से या चाय के साथ खा सकते है| यदि कच्चा अदरक खाना पसंद है तो हरी मिर्च व अदरक को बारीक काटकर उसमें हल्का सा नमक व नींबू डालकर खा सकते है बहुत ही स्वादिष्ट लगता है|


Sunday, 29 July 2018

Recipe - Homemade Dosa Cheela - दोसा चीला

मौसम के बदलते ही बच्चों का यही सवाल रहता है मम्मी भूख लगी है नाश्ते मे क्या है । अब बच्चों को क्या बताऊं कि मैंने तो अभी कुछ भी तैयार नही किया है। बच्चे भी रोज रोज एक सा खा कर थक जाते है, मैं सोच ही रही थी कि चलो पनीर का पराठा बना देते है इतने मे ही बच्चों ने बोलना शुरू कर दिया हमे पराठा तो जरा भी नही खाना। फिर मैंने सोचा क्या बनाऊं जो पेट भरने के साथ साथ स्वादिष्ट भी हो और पौष्टिक भी। मैंने पूछा क्या तुम लोग दोसा चीला खाओगे तोे तुरन्त जवाब आया "मम्मी एक चीज बनाओ नही तो बहुत देर लगेगी और आप बहुत थक जाएंगी। मैंने कहा, "अरे न बेटा कुछ देर नही लगती झटपट तैयार हो जाएगा"।

वाह क्या बना है, बच्चों के खाते ही बोले। बच्चों के चहरो पर आई खुशी देखकर, मैं भी खुश हो गई। आप भी जरूर बनाए।

सामग्री -
  • दो कटोरी बारीक सूजी 
  • आधी कटोरी चावल का आटा 
  • 1/4 कटोरी बेसन 
  • 1/4 कटोरी मैदा 
  • एक कटोरी दही 
  • पानी
  • आधी कटोरी बारीक कटी प्याज 
  • एक बारीक कटा टमाटर 
  • 2 टेबल स्पून कद्दूकस की हुई गाजर 
  • 2 टी स्पून बारीक कटी शिमला मिर्च
  • 5 हरी मिर्च बारीक कटी 
  • बारीक कटा हरा धनिया 
  • एक चम्मच कसूरी मैथी 
  • 1/2 टी स्पून पिसा जीरा 
  • 1/2 टी स्पून लाल मिर्च पाउडर 
  • चुटकी भर हींग और अजवायन 
  • नमक स्वाद के अनुसार 
  • शुद्ध देसी घी या तेल

विधि -
1) सूजी, बेसन,चावल का आटा व मैदा सभी को एक बड़े बर्तन मे डाल ले सभी को सूखा ही, चम्मच से मिला ले। 

2) दही को थोड़ा पतला करके आटे को घोल ले, यह घोल पकौड़ी के घोल से भी ज्यादा पतला बनेगा। अब इसमें स्वाद के अनुसार नमक मिलाकर बीस मिनट के लिए ढँककर रख दे इससे सूजी और चावल का आटा अच्छे से फूल जाएगा । अब आप इसमें सभी मसाले व कटी हुई सब्जियाँ डालकर मिला ले, आवश्यकता के अनुसार पानी मिला सकते है और यदि पतला लगे तो बेसन डाल सकते है ।

3) तवे को गरम करे शुद्ध घी लगाकर चमचे से दोसा-चीले के घोल को फैलाए। मध्यम आंच पर सिकने दे, चारो तरफ व ऊपर घी लगाकर सेक ले। 





4) दोनों तरफ से सिक जाने पर टमाटर लहसुन की चटनी, साँस या नारियल की चटनी से खाएं ।

ये तो आप समझ ही गए होंगे कि ये कितना पौष्टिक होगा। हाँ, लेकिन स्वाद को जानने के लिए आपको एक बार अवश्य बनाना पड़ेगा एक बार खा लिया तो दोबारा फिर बनाएँगे।


नोट - यदि दही नही है तो पतला छाछ भी चलेगा पर तब आप पानी बिल्कुल न डालें।