चौलाई दाना एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसे व्रत मे, शरीर के अस्वस्थ होने पर या मन खुश करने के लिए; कभी भी खा सकते है। इसे राजगिरी और राम दाना के नाम से भी जाना जाता है ।
इसकी जब खेती होती है तब हरी पत्तियों का साग बनाकर खाते है अथवा चौलाई के दानो को भूनकर भी कई रूपों मे स्तेमाल कर सकते हैं। यह बहुत ही पौष्टिक और स्वादिष्ट होता है।
हम इसे दूध मे डालकर कैसे खाते है आज वह बनाकर खाएंगे कोई भी व्रत हो, अस्वस्थ हो, सिर दर्द हो या पेट दर्द, इसे अवश्य बनाकर खाएं अच्छा लगेगा। इसमें घी तेल कुछ नही है इसलिए ये हर तरह से अच्छा है ।
सामग्री -
- चौलाई के दाने एक कटोरी
- दूध
- चीनी
विधी -
1) यदि सौ ग्राम चौलाई है तो इसमे एक टेबल स्पून पानी डालकर चम्मच से मिला ले और दस मिनट के लिए ढक कर रख दे । फिर कढ़ाई को अच्छा गरम करे ।
1) यदि सौ ग्राम चौलाई है तो इसमे एक टेबल स्पून पानी डालकर चम्मच से मिला ले और दस मिनट के लिए ढक कर रख दे । फिर कढ़ाई को अच्छा गरम करे ।
2) अब एक चम्मच भर कर चौलाई के दाने कढ़ाई मे डाले और एक कपड़े की सहायता से हिलाते हुए भूने याद रहे भूनते समय एक थाली कढ़ाई पर ढकते रहे और बीच बीच मे थाली को हटाते हुए भूने क्योकि ये दाने बहुत उछलते है। जब ये दाने भुन जाने पर सफेद दिखाई देने लगे तो अलग थाली मे निकाल ले। इसी तरह पूरी चौलाई भूननी है ।
3) भुनने के बाद थोड़ी सी मोटी छेद वाली छन्नी से छान ले, इससे जो दाने भुन नही पाए वह निकल जाएंगे। आवश्यकता के अनुसार दूध गरम करे और अपने स्वाद के अनुसार चीनी डाले ।
4) यदि एक कटोरी (ढाई सौ ग्राम) दूध है तो इसमे पाचं टी स्पून भुनी चौलाई डाले और गरम गरम ही चम्मच से खाए। यदि आप चाहे तो इसमे कटे बादाम भी डालकर खा सकते है ।
टिप्स - इसको दूध मे डालने के बाद ज्यादा देर तक न रखे नही तो ये सारा दूध सोख लेगा। आप इसे भूनकर किसी अच्छे बन्द डब्बे में रख सकते हैं और जब जरूरत हो गरम दूध मे डाले और खाए।
Photos by: Stuti Shrimali
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