मालपुआ तो सभी को पसंद होता है लोग बनाते भी है और खाते भी है लेकिन एक बार हमारी तरह बनाकर अवश्य खाइए बहुत ही स्वादिष्ट लगेंगे मैने आज ही माता के भोग के लिए बनाए थे।
2) एक बडे़ बर्तन मे आटा, सूजी, बेसन को डाल कर मिला ले, अब इसमे स्वाद के अनुसार पिसी चीनी, कटे बादाम, किशमिश व इलायची डाले। फिर सूखा ही मिक्स करने के बाद उसमे दूध को थोड़ा थोड़ा करके डालते जाए और पकोडी़ के जैसा घोल तैयार करे। इस घोल को तीन चार मिनट के लिए ढक कर रख दे।
3) कढ़ाई मे एक चमचा शुद्ध घी डालकर गरम करे, अच्छा गरम हो जाने के बाद गैस हल्की रखे, अब आप घोल मे चुटकी भर सोडा़ डालकर मिला ले और चम्मच की सहायता से घी मे गोल गोल हथेली जितने बडे बनाए एक तरफ से सिक जाने पर काटे छुरी की सहायता से पलटे व गुलाबी होने तक तले (शैलो फ्राई करना है)।
सामग्री:
- दो टेबल स्पून बारीक सूजी
- दो टेबल स्पून बेसन
- आठ टेबल स्पून गेहूं का आटा
- चीनी या गुड़ (आप अगर चीनी का बना रहे है तो पीस ले)
- आठ - दस बादाम
- आठ - दस किशमिश
- तीन छोटी इलायची का पाउडर
- आधा टी स्पून सौंफ
- देसी घी
- चुटकी भर सोडा़
- ताजी ठंडी मलाई
- दूध
विधि:
1) बादाम को कई टुकड़ों मे और किशमिश को दो भाग मे कर ले अथवा इलायची को पीस ले ।
2) एक बडे़ बर्तन मे आटा, सूजी, बेसन को डाल कर मिला ले, अब इसमे स्वाद के अनुसार पिसी चीनी, कटे बादाम, किशमिश व इलायची डाले। फिर सूखा ही मिक्स करने के बाद उसमे दूध को थोड़ा थोड़ा करके डालते जाए और पकोडी़ के जैसा घोल तैयार करे। इस घोल को तीन चार मिनट के लिए ढक कर रख दे।
3) कढ़ाई मे एक चमचा शुद्ध घी डालकर गरम करे, अच्छा गरम हो जाने के बाद गैस हल्की रखे, अब आप घोल मे चुटकी भर सोडा़ डालकर मिला ले और चम्मच की सहायता से घी मे गोल गोल हथेली जितने बडे बनाए एक तरफ से सिक जाने पर काटे छुरी की सहायता से पलटे व गुलाबी होने तक तले (शैलो फ्राई करना है)।
टिप्स - दूध मे बनने के कारण यह जल्दी खराब नही होते। तलने मे ज्यादा घी भी नही लगता। बच्चों को बिस्किट और केक की जगह ये बना कर दे घर की बनी चीज हमेशा शुद्ध होती है। सूजी के कारण काफी समय तक पेट भरा रहता है।
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