कोयल की आवाज़ कितनी प्यारी लगती है। जब आम के पेड़ पर बौर लगते हैं तो ये अवाज सुनने को खूब मिलती है। इसी से मन खुश होने लगता है और पुराने पलों को याद करने लगता है।
मेरी नानी का आम का बाग था उसकी यादे आज भी मेरे साथ है, गर्मियों की छुट्टी होने और नानी के घर जाने का आनंद क्या होता है वह शब्दों मे नहीं बयां कर सकती परन्तु उनकी एक ठन्डे पेय की रेसिपी ज़रूर शेयर कर सकती हूँ ।
मेरी नानी बहुत ही स्वादिष्ट जलजीरा बनाती थी, जब हम वापस अपने घर जाते थे तो वह सफर मे पीने के लिए साथ मे अवश्य रखती थी। यदि आप भी कही बाहर जाने का प्रोग्राम बनाएं तो आप भी कांच या थरमस (जो ठन्डे को ठंडा और गरम को गरम रखता हो) की बोतल मे जलजीरा बनाकर अवश्य ले जा सकते है। पर अभी लाकडाउन चल रहा है, अभी तो कहीं जा नहीं सकते पर यह किसने कह दिया की जलजीरा का आनंद नहीं ले सकते, वह तो आप घर में भी ग्रहण कर सकते। थोड़ा स्टाइल में लीजिये, जलजीरा (वर्जिन) शॉट्स पीजिये।
सामग्री -
- कच्चे खट्टे आम
- काला नमक
- सफेद नमक, जो रोज मे इस्तेमाल होता है
- जीरा
- हींग
- पुदीना
- काली मिर्च
- मटके का ठंडा पानी
विधि -
- कच्चे आम को पीस ले
- पुदीने को पीस ले
- जीरा, हींग को भूनकर सूखा ही पीस ले
- यदि एक लीटर पानी है तो उसमे एक बड़ा आम या पांच टेबल स्पून कच्चे आम का पेस्ट डाले
- एक टेबल स्पून पुदीने का पेस्ट
- एक टेबल स्पून पिसा भुना जीरा और चुटकी भर भुनी हींग डाले
- अपने स्वाद के अनुसार दोनों नमक डालें
- 1/4 टी स्पून से थोड़ा कम काली मिर्च पाउडर डालें
- अब आप सभी को अच्छे से मिलाएं और चखकर देखें
- यदि आपको कुछ कम लग रहा है तो अपने स्वाद के अनुसार डाल ले, कभी कभी कोई आम कम खट्टा होता है तो आप उसमे आम का पेस्ट और डाल सकते है।
टिप्स - कुछ लोग ज्यादा ठंडा पसंद करते है तो आप इसमे बरफ भी डाल सकते है। हम हमेशा मटके के पानी का बना जलजीरा पसंद करते है। गिलास मे देते समय उपर से जीरा पाउडर व पौदीने की पत्ती डालकर पिएंगे तो स्वाद के साथ साथ पौदीने की खुशबू से मन प्रसन्न हो जाता है।
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